हेलो फ्रेंड्स आपका स्वागत है मेरे इस नए आर्टिकल में जोकि durga puja in 2022 : दुर्गा पूजा 2022 त्योहार के ऊपर है। आज हम इसके बारे में विस्तार रूप से बात करने वाले हैं, की दुर्गा पूजा कब है, और इसका महत्वपूर्ण तथ्य एवं बिहार में किस तरह मनाया जाता है,? बिहार के सभी जिलों में इसको अलग-अलग पंडाल के भव्य विराट स्वरूप को नंबर वन पर दिखाने के लिए पुरजोर कोशिशों को पूजा कमेटियों की तौर से कोई भी कमी नहीं रहती है सभी को अपना पंडाल एवं पूजा का भव्य आयोजन भव्य प्रतिमा को सबसे अलग दिखाना जिला के टापर के रूप में पंडाल का उद्घोष करवाना इनका बहुत पूर्ण महत्व बन गया है आज का ट्रेंड एक कंपटीशन के तौर पर इस त्यौहार को मनाया जा रहा है इसमें सभी जिलों में टॉप नंबर वन पर आने के लिए भव्य विशाल पंडालों का विराट खंड तैयार किया जाता है ।
durga puja in 2022 : दुर्गा पूजा भारत के भारत के हिंदू त्योहार के रूप में मनाया जाता है दुर्गा पूजा भारत के सभी राज्य में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है या त्यौहार हिंदू धर्म के देवी दुर्गा माता के पूजन उत्सव के रूप में होता है, बिहार के सभी जिलों में दुर्गा पूजा किस तरह मनाया जाता है। और कब कहां क्या दुर्गा पूजा से संबंधित सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाला हूं।
durga puja in 2022 : दुर्गा पूजा बिहार में 26 सितंबर 222 को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाएगा विजयादशमी भारतीय हिंदू धर्म का बहुत ही बड़ा पर्व है।
बिहार के हिंदू समुदाय के लोग इस पर्व को बड़े ही श्रद्धा पूर्वक बनाते हैं दुर्गा पूजा 9 दिनों का होता है और इसको नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है।
Durga Puja 2022 : बिहार की विजयदशमी इस वर्ष 26 सितंबर को बड़े ही धूमधाम से होने वाला है बिहार में सभी जिलों में पंडाल में सबसे बढ़िया लुक को दर्शाया जाता है जिसमें इसकी एक अलग ही ट्रेंड चल रहा है पंडाल को सबसे बेस्ट लुक और सबसे अच्छा नंबर वन स्थान पर दिखाने के लिए पूजा समिति की तरफ से कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाती है।
durga puja in 2022 Patna :बिहार में आइए हम बात करते हैं सबसे पहले पटना की
दोस्तों बिहार की राजधानी पटना में दुर्गा पूजा काफी धूमधाम से मनाया जाता है। पटना में 50 से अधिक जगह है दुर्गा पूजा का पंडाल बहुत ही बनाया जाता है। पिछले 2 वर्षों में कोरोना के चलते पूजा समितियों के पर दबाव होने के कारण दुर्गा पूजा पंडाल को छोटा स्तर पर तैयार किया जाता था। लेकिन इस वर्ष पूजा कमेटियों की तरफ से या तय हुआ है कि इस साल की विजया दुर्गा अष्टमी बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके वजह से कई दुर्गा पूजा समिति ने थीम बेस्ड तरीकों से पंडाल को तैयार किया जा रहा है। दुर्गा पूजा के दौरान लाखों की संख्या में लोग नगर भ्रमण करने के लिए निकलते हैं। कोलकाता की तरह ही पटना में भी दुर्गा पूजा बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। पटना के नंबर वन दुर्गा पूजा पंडाल बोरिंग रोड को बड़ी धूमधम से सजाया जा रहा है। इस वर्ष पूजा के पंडाल को थीम प्रोजेक्ट के अनुसार डेकोरेट किया जा रहा है।
durga puja in 2022 Saharsa सहरसा: बिहार में जानते हैं कैसे मनाते हैं दुर्गा पूजा।
दोस्तों बिहार की सहरसा में दुर्गा पूजा काफी धूमधाम से मनाया जाता है। सहरसा के कई जगहों पर पंडाल को भी पटना के तरह ही बड़े ही भव्य आकार में मनाया जाता है इसको भी बड़े शहरों की तरह थीम बेस्ड डेकोरेशन एवं नंबर वन जिला दुर्गा पूजा समिति की ओर से जिला टॉपर दुर्गा पूजा पंडाल का खिताब कोशी कमिश्नरी के क्षेत्र में दिया जाता है इस क्षेत्र में तीन जिले आते हैं जिले में मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, इन तीनों में पंडालों के लिए विशेष प्रतिस्पर्धा के रूप में इस त्यौहार को मनाया जाता है। इसमें विशेष अधिकारियों की तरफ से दुर्गा पूजा के बेस्ट पंडाल के रूप में न0 -1 का खिताब दिया जाता है। एवं दुर्गा पूजा कमेटियों की तरफ से दुर्गा पूजा पंडाल में कड़ी मेहनत एवं सामाजिक व्यवस्थाओं को बनाए रखने में बहुत बड़ा योगदान होता है। इसमें प्रशासन एवं शहर वासियों की तरफ से पूजा में आए हुए श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत वह कठिनाई नहीं हो इसका विशेष रूप से ख्याल रखा जाता है।
durga puja 2022 Madhepura मधेपुरा :
मधेपुरा में भी कई जगहों पर दुर्गा प्रतिमा एवं भव्य पंडाल का आयोजन कुशल एवं शूद्र कारीगरों के द्वारा करवाया जाता है एवं मधेपुरा के कई जगहों पर कॉलेज चौक, कर्पूरी चौक , थाना चौंक इत्यादि कई अन्य जगहों पर दुर्गा पूजा पंडाल को बहुत ही बड़े आकार एवं बेस्ट थीम डेकोरेशन की तरह ही तैयार किया जाता है जिसमें की कोशिश कमिश्नर जी जिलों की टॉप नंबर पर लाने के लिए दुर्गा पूजा समिति की तरफ से पूरी तैयारी की जाती है ।
durga puja 2022 Udakishunganj : मधेपुरा जिला के उदाकिशुनगंज अनुमंडल स्थित जी दुर्गास्थान बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है उदाकिशुनगंज की भव्य मंदिर का उद्घोष डेकोरेशन साउथ इंडस्ट्री से लिया गया है जिसमें उदाकिशुनगंज मंदिर इतना भव्य एवं विशाल बनाया गया है जिसमें उसका दुर्गा पूजा के समय उसका डेकोरेशन बड़े ही ऊंचे दर्जे के कारीगरों से करवाया जाता है यहां पर सामाजिक तौर पर दुर्गा पूजा समारोह मैं दान स्वरूप बहुत बड़ा योगदान दिया जाता है । यहां पर दुर्गा प्रतिमा का विशालतम रूप देखने योग्य होता है यहां 9 और 10 वीं के बाद विसर्जन के समय लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलता है बता दें कि यहां दुर्गा प्रतिमा कंधों पर पैदल चलकर 5 किलोमीटर दूर विसर्जन किया जाता है विसर्जन के समय में लाखों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिमा के साथ झूमते नाचते जयकारा लगाते हुए आगे बढ़ते हैं प्रतिमा को कंधों पर रखकर 5 किलोमीटर तक श्रद्धालु ले जाते हैं और उसे बड़े ही श्रद्धापूर्वक धूमधाम से विसर्जन किया जाता है दुर्गा पूजा यहां का जिला में नंबर वन पर मनाया जाता है उदाकिशुनगंज प्रशासन एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की तरफ से विशेष प्रकार का ध्यान रखा जाता है कि मंदिर परिसर में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आते। और इसमें पुलिस प्रशासन का बहुत बड़ा हाथ होता है दुर्गा पूजा में आए हुए श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना हो।
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